अल-जरीदा अखबार के अनुसार, मदीना के राजकुमार सलमान बिन सुल्तान और मुहम्मद बिन अब्दुलकरीम अल-ईसा, इस्लामिक वर्ल्ड लीग के महासचिव, मस्जिद-ए-नबवी के निकट स्थित इस संग्रहालय में नए और तकनीकी वर्गों का उद्घाटन किया।
## संग्रहालय का महत्व
पैगंबर (स.अ.व.) के जीवन पर यह संग्रहालय परियोजना, जिसका मुख्यालय मदीना मुनव्वरा में है और इस्लामिक वर्ल्ड लीग द्वारा प्रबंधित है, कुरान और सुन्नत की सेवा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जाता है। यह सऊदी सरकार और दो पवित्र मस्जिदों के प्रशासन के लिए विशेष महत्व रखता है।
नया वर्ग: "नूर और पवित्र अवशेष"
इस नए वर्ग में 20 गैलरियों वाला एक आधुनिक और दस्तावेजी प्रदर्शनी शामिल है, जो पैगंबर (स.अ.व.) के समय मदीना के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक, सभ्यतागत और सामाजिक अवशेषों को प्रदर्शित करती है। इसके अलावा, एक पैनोरमा गैलरी में पैगंबर (स.अ.व.) के समय मस्जिद-ए-नबवी और उनके कक्ष का अनुकरण किया गया है, जो आगंतुकों को पैगंबर (स.अ.व.) के दैनिक जीवन का एक इंटरैक्टिव अनुभव प्रदान करता है। यह ऐसा लगता है जैसे हर आगंतुक पैगंबर (स.अ.व.) के समय में कुछ पल बिता रहा हो और उनके जीवन से संबंधित मूल्यवान जानकारी प्राप्त कर रहा हो।
डिजिटल तकनीक का उपयोग
इस वर्ग में डिजिटल तकनीक के विकास को ध्यान में रखते हुए, "इतहाफ" नामक एक नया प्लेटफॉर्म भी लॉन्च किया गया है। यह प्लेटफॉर्म आगंतुकों को वर्चुअल टूर के माध्यम से पैगंबर (स.अ.व.) के जीवन का दौरा करने की अनुमति देता है। साथ ही, इसमें 350 विश्वसनीय वैज्ञानिक कार्यों और इस्लामिक ज्ञानकोशों का एक पुस्तकालय है, जो कुरान और सुन्नत की सेवा में है और दुनिया की प्रमुख भाषाओं में अनुवादित है। आगंतुक आधुनिक तकनीकी उपकरणों के माध्यम से पैगंबर (स.अ.व.) के जीवन पर नवीनतम प्रकाशनों, समाचारों और आवश्यक जानकारी तक पहुंच सकते हैं।
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